छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से, पांच दिवसीय सत्र होगा हंगामेदार

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आगामी 14 जुलाई 2025 से प्रारंभ होकर 18 जुलाई 2025 तक चलेगा। विधानसभा सचिवालय द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। पांच दिवसीय इस सत्र में कुल पांच बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें राज्य सरकार की नीतियों, बजट प्रावधानों, जनहित के विषयों और विधायी कार्यों पर चर्चा की जाएगी।

सत्र को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। सुरक्षा व्यवस्था को भी सख्त किया जा रहा है, जिससे विधानसभा परिसर में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। इस सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं, क्योंकि विपक्ष विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।

भाजपा विधायक दल की रणनीतिक बैठक 18 जून को

भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक 18 जून को दोपहर 12 बजे रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित की जाएगी। पार्टी की ओर से सभी विधायकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस उच्चस्तरीय बैठक में अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रांत संगठन मंत्री पवन साय की उपस्थिति तय मानी जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, बैठक में मानसून सत्र के लिए पार्टी की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। साथ ही विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी और संगठनात्मक मजबूती के लिए दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं। भाजपा के भीतर इस बैठक को आगामी राजनीतिक रणनीति के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

राज्य मंत्रिमंडल की बैठक भी 18 जून को

राजधानी रायपुर के मंत्रालय (महानदी भवन) में 18 जून को सुबह 11:30 बजे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में शहीद एएसपी आकाश की पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति देने के प्रस्ताव पर निर्णय लिया जा सकता है। इसके अलावा मानसून सत्र में पेश किए जाने वाले विधेयकों को मंजूरी दी जाएगी। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संभावित छत्तीसगढ़ दौरे की तैयारियों पर भी चर्चा की जाएगी।

प्रदेश की राजनीति और प्रशासनिक गतिविधियों में तेजी आई है। आगामी सप्ताह राज्य की राजनीतिक दिशा को तय करने वाला साबित हो सकता है।

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